वैदिक सभ्यता
Vedic Civilization- 1500 BC - 600 BC
• ऋग्वेद काल - 1500 BC - 1000 BC
• उत्तर वैदिक काल - 1000 BC - 600 BC (अर्थववेद)
ऋग्वैदिक काल -
• इसमे विभिन्न देवताओ की स्तुति में गाये जाने वाले मंत्रो का संग्रह है।
• इसका संकलन महर्षि कृष्ण दवैपायन (वेदव्यास) ने किया है।
• इसमे कुल 10 मंडल, 1028 युक्त एवं 10600 मंत्र है।
• दूसरा एवं सातवा मंडल सबसे पुराना है। दसवां मंडल सबसे नया है।
• ऋग्वेद का पाठ करने वाला पुरोहित होतृ कहलाता है। • नौवां मंडल सोम देवता को समर्पित है।
• दसवें मंडल मे पुरुष सूक्त मे शुद्रो का उल्लेख मिलता है।
• ऋग्वेद मे सबसे पवित्र नदी सरस्वती थी, उसे नदीत्मा कहा गया है।
• ऋग्वेद मे यमुना का 3 बार एवं गंगा का उल्लेख 2 बार (10वाँ मंडल) में मिलता है।
• ऋग्वेद मे पुरुष देवताओं की प्रधानता है।
• इन्द्र का वर्णन सर्वाधिक (250 बार) है।
• "अस्तो मा सदगमय" ऋग्वेद से लिया गया है।
NOTE : गायत्री मंत्र ( ऋग्वेद के 3rd मंडल से ) - सूर्य भगवान को समर्पित है।
• "अस्तो मा सदगमय" - मुझे असत्य से सत्य की तरफ ले चलो
* यजुर्वेद -
• इसमे यज्ञ विधियों / कर्म कांडो पर बल दिया गया है।
• इसका पाठ करनेवाला अध्वर्यु कहलाता है।
• इसमें 40 मंडल और 2000 मंत्र है।
• यजुर्वेद मे सर्वप्रथम राजस्य तथा वाजपेय यज्ञ का उल्लेख मिलता है।
* सामवेद -
• यह भारतीय संगीतशास्त्र पर प्राचीनतम ग्रन्थ है।
• इसका पाठ करनेवाला पुरोहित उदगातृ कहलाता है।
• सामवेद के प्रथम संकलन कर्ता वेदव्यास के शिष्य जैमिनी को माना जाता है।
• सामवेद का उपवेद गंधर्ववेद कहलाता है।
* अथर्ववेद -
• इसमे तंत्र-मंत्र, जादू- टोना एवं भारतीय औषधि संबंधी जानकारी दी गई है।
• इसे ब्रहमदेव भी कहा जाता है।
• अथर्ववेद के मंत्रो का उच्चारण करने वाला पुरोहित ब्रहम कहलाता है।
• अथर्ववेद मे सभा एवं समिति को प्रजापति की 2 पुत्रियां कहा गया है।
वेद अध्येता (वेदो को पढ़ने वाले) उपवेद
ऋग्वेद होतृ आयुर्वेद
सामवेद उदगाता गंधर्ववेद
यजुर्वेद अध्वर्यु। धनुर्वेद
अथर्ववेद ब्रह्मा शिल्पवेद
वेद ब्राह्मण उपनिषद अरण्यक
ऋग्वेद ऐतरेय ऐतरेय ऐतरेय
सामवेद पंचविश,जैमिनीय छांदोग्य छांदोग्य,
जैमिनीय
यजुर्वेद शतपथ वृहदारण्यक वृहदारण्यक
अथर्ववेद गोपथ मुण्डक कोई नहीं
* आश्रम -
आश्रम आयु
ब्रह्मचर्य आश्रम 0-25 वर्ष
गृहस्थ आश्रम 26-50 वर्ष
वनप्रस्थ आश्रम 51-75 वर्ष
सन्यास आश्रम 76-100 वर्ष
* वैदिक कालिन नदिया -
नदियों का प्राचीन नाम नदी का आधुनिक नाम
वितस्ता नदी झेलम नदी
परुष्णी नदी रावी नदी
शतुद्री नदी सतलज नदी
अस्किनी नदी चिनाब नदी
सदानीरा नदी गंडक नदी
कुमा नदी काबुल नदी
विपाशा नदी व्यास नदी
सरस्वती नदी घग्गर नदी
* Words used in vedic period :
राजा गोप्ता
युद्ध गविष्ट, गेसु, गम्य
गाय अघ्न्या
लांगल हल
सीता खेत में हल चलाने के बाद बनी
नालिया या निशान
उर्वरा जुड़े हुए खेत
अनाज धान्य
कुलप परिवार का प्रधान
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